गीता स्वाध्याय- मेरी समझ से, दूसरा अध्याय
By: Rajendra Kapilभगवद् गीता का पहला अध्याय अर्जुन के विषाद पर समाप्त होता है. निराशा में डूबे अर्जुन केतर्कों में से दो प्रश्न खुल कर सामने आते हैं. पहला मेरे सामने गुरु द्रोण जैसे पूज्यगुरु खड़े हैं, क्याउन्हें मारने से मुझे पाप नहीं
Pope Leo XIV elected: First American Pope begins new era
In a historic and emotionally charged moment, white smoke billowed from the Sistine Chapel, signifying the election of a new Pope. Cardinal Robert Francis Prevost, a 69-year-old American prelate from Chicago, was chosen as the 267th pontiff of the Roman Catholic Church, taking
IndoUS Tribune की हरिद्वार मंदिर यात्रा का 12वाँ पड़ाव: गौ घाट – आत्मशुद्धि, श्रद्धा और अमरत्व की खोज का स्थल
हरिद्वार – गंगा माँ की दिव्यता से ओतप्रोत यह नगरी भारत की धार्मिक और आध्यात्मिक चेतना का केन्द्र रही है।हरिद्वार में स्थित प्रत्येक घाट एक गहरी पौराणिक कथा, आस्था की परंपरा और आत्मिक अनुभूति का प्रतीक है।IndoUS Tribune की मंदिर यात्रा श्रृंखला के
Shreemad Bhagwat Geeta – As I Understand: Chapter One
By: Rajendra KapilBeginning today, Indo-US Tribune launches a new series titled “Shreemad Bhagwat Geeta : AsI Understand” ( English Version), a humble attempt to understand and explain the BhagavadGita. In this series, our esteemed columnist Rajendra Kapil ji, who has previously writtenextensively on
Vietnam president hails growing spiritual and cultural ties with India
Vietnam President Luong Cuong on Tuesday lauded India’s gesture of sending Holy Buddha Relics to Vietnam, calling it a testament to the growing spiritual and cultural ties between the two nations. President Cuong, alongside India’s Union Minister for Parliamentary and Minority Affairs Kiren
IndoUS Tribune की हरिद्वार मंदिर यात्रा का 11वाँ पड़ाव: बिड़ला घाट – गंगा तट पर शांति, श्रद्धा और साधना का संगम
हरिद्वार — जहाँ गंगा धरती पर अवतरित होती हैं, और जहाँ हर घाट एक कथा, एक आस्था और एक आत्मिक अनुभव को समेटे हुए है। IndoUS Tribune की हरिद्वार मंदिर यात्रा के ग्यारहवें पड़ाव पर हम पहुँचे हैं बिड़ला घाट, जो कि न केवल हरिद्वार के प्राचीन घाटों में से एक है, बल्कि आत्मिक शांति और भक्ति का एक जीवंत प्रतीक भी है। विष्णु घाट के समीप स्थित यह घाट हरिद्वार के उन गिने-चुने स्थानों में शामिल है जहाँ शांति, स्वच्छता और सुरक्षात्मक व्यवस्था के साथ गंगास्नान का सौम्य अनुभव प्राप्त होता है। यह घाट भारत की प्रसिद्ध औद्योगिक और धार्मिक परिवार बिड़ला परिवार द्वारा निर्मित किया गया था, जिनका राष्ट्र और संस्कृति के प्रति योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। पौराणिकता और इतिहास: बिड़ला घाट से जुड़ी कोई विशेष पौराणिक कथा तो नहीं मिलती, लेकिन इसका महत्व हरिद्वार की उस सनातन परंपरा में है, जहाँ गंगा के प्रत्येक तट को पूज्य और दिव्य माना गया है। यह घाट श्रद्धालुओं को पवित्र गंगा में स्नान कर आत्मिक शुद्धि और मोक्ष की अनुभूति प्रदान करता है। माना जाता है कि इस घाट पर की गई प्रार्थनाएँ शीघ्र फलदायी होती हैं और यहाँ की शांति और सादगी आत्मा को गहराई से छू जाती है। शांति और भक्ति का केन्द्र: बिड़ला घाट पर जैसे ही आप पहुँचते हैं, एक अद्भुत शांति आपको घेर लेती है। गंगा का मधुर कलकल, गहराती संध्या की छाया, और श्रद्धालुओं की मौन साधना — ये सब मिलकर इस स्थान को एक आध्यात्मिक आश्रय बना देते हैं। यहाँ की सीढ़ियाँ सीधे गंगा में उतरती हैं, और उनके पास सुरक्षा रेलिंग भी उपलब्ध है ताकि स्नान करते समय श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो। गंगा आरती का दिव्य अनुभव: शाम को बिड़ला घाट पर होने वाली गंगा आरती यहाँ के वातावरण को एक नई ऊर्जा से भर देती है। जब पुजारी पारंपरिक वस्त्रों में मंत्रोच्चारण करते हुए दीप प्रज्वलित करते हैं, और जब सैकड़ों दीपक गंगा में प्रवाहित होते हैं — तो यह दृश्य केवल आँखों से नहीं, आत्मा से अनुभव होता है। यह आरती हरिद्वार की अन्य प्रसिद्ध आरतियों की तुलना में अधिक शांत और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान करती है। त्योहारों की रौनक: श्रावण मास, कार्तिक पूर्णिमा, और गंगा दशहरा जैसे पर्वों पर बिड़ला घाट भक्ति, सजावट और दीपों की रोशनी से जगमगा उठता है। कुंभ और अर्धकुंभ मेले के समय यह घाट भी श्रद्धालुओं के प्रमुख स्नान स्थलों में से एक बन जाता है। यहाँ आकर श्रद्धालु केवल पूजा ही नहीं करते, बल्कि भारत की जीवंत धार्मिक परंपरा का हिस्सा भी बनते हैं। आसपास के दर्शनीय स्थल: बिड़ला घाट से कुछ ही दूरी पर माँ मनसा देवी और चंडी देवी मंदिर स्थित हैं, जहाँ से हरिद्वार का विहंगम दृश्य देखा जा सकता है। साथ ही, सप्तऋषि आश्रम भी पास ही है, जहाँ सप्तऋषियों ने ध्यान और तपस्या की थी। बिड़ला घाट केवल एक स्नान स्थल नहीं, बल्कि एक अनुभव है जहाँ गंगा की धारा आत्मा को छूती है, जहाँ शांति हृदय में उतरती है, और जहाँ श्रद्धा, साधना और संस्कृति एक साथ प्रवाहित होते हैं। IndoUS Tribune की हरिद्वार यात्रा में यह पड़ाव हमें यह सिखाता है कि भक्ति केवल शोर में नहीं, बल्कि मौन में भी होती है।
गीता स्वाध्याय- मेरी समझ से, पहला अध्याय
By: Rajendra Kapilसंपादक की तरफ़ से: आज से इंडोयूएस ट्रिब्यून एक नयी श्रृंखला आरंभ करने जा रहा है, गीता स्वाध्याय, जोकि भगवद् गीता को समझने और समझाने का एक विनम्र प्रयास होगा. इस श्रृंखला में, हमारे स्तम्भ के लेखक, राजेन्द्र कपिल जी,
IndoUS Tribune की हरिद्वार मंदिर यात्रा का दसवां पड़ाव: विष्णु घाट – जहाँ श्रीहरि ने गंगा में लिया था पावन स्नान
IndoUS Tribune की हरिद्वार मंदिर यात्रा का दसवां पड़ाव: विष्णु घाट – जहाँ श्रीहरि ने गंगा में लिया था पावन स्नान IndoUS Tribune की हरिद्वार मंदिर यात्रा का दसवां पड़ाव: विष्णु घाट – जहाँ श्रीहरि ने गंगा में लिया था पावन स्नान हरिद्वार, जिसे ‘धर्म की द्वार’ कहा जाता है, केवल एक तीर्थ नगरी नहीं, बल्कि भारत की आध्यात्मिक चेतना का जीवंत प्रतीक है। IndoUS Tribune की हरिद्वार के मंदिरों और पवित्र स्थलों की यात्रा के दसवें पड़ाव पर आज हम आपको लेकर चलते हैं विष्णु घाट – एक शांत, पवित्र और दिव्य स्थल, जहाँ स्वयं भगवान विष्णु ने गंगा में
Pope Francis leaves the world and faithful in times of conflict
Cardinal Kevin Farrell, Camerlengo of the Apostolic Chamber, announced the passing of Pope Francis from Casa Santa Marta early Monday morning. “Dearest brothers and sisters, with deep sorrow I must announce the death of our Holy Father Francis. At 7:35 this morning, the
IndoUS Tribune की हरिद्वार के मंदिरों की यात्रा का नौवां पड़ाव: सप्तऋषि आश्रम – जहां योग, ध्यान और वेदों की ऊर्जा एक साथ प्रवाहित होती है
हरिद्वार, जिसे ‘धर्म द्वार’ कहा जाता है, हिंदू धर्म में एक अत्यंत पवित्र स्थल है। यहाँ के हर मंदिर और घाट अपनी एक विशेषता रखते हैं, जो उन्हें श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनाता है। IndoUS Tribune की हरिद्वार के मंदिरों और
दो मार्ग, एक सत्य: श्रीमद्भगवद्गीता और पावन रामायण की शिक्षाएँ
By: Rajendra Kapil भारत की आध्यात्मिक सभ्यता दो अमर ग्रंथों पर आधारित है—श्रीमद्भगवद्गीता और पावन रामायण। यद्यपि ये दोनों अलग-अलग काल, शैली और प्रसंग में रचे गए, फिर भी इनकी आत्मा एक है—कि मनुष्य यदि धर्म, साहस और भक्ति से जीवन जिए, तो
IndoUS Tribune की हरिद्वार के मंदिरों की यात्रा का सातवां पड़ाव: दक्ष महादेव मंदिर – श्रद्धा, बलिदान और क्षमा काप्रतीक
हरिद्वार, जिसे ‘धर्म की द्वार’ कहा गया है, न केवल गंगा मैया के तट पर बसा एक तीर्थ है, बल्कि वह भूमि भी है जहाँ देव-मानव कथाओं ने आकार लिया। IndoUS Tribune की हरिद्वार के मंदिरों और पवित्र स्थलों की आध्यात्मिक यात्रा के
ISKCON Chicago marks Ram Navami with a dramatic Ramayana tribute
By: Jayanti OzaOn April 5, the ISKCON Chicago Temple commemorated Ram Navami, the divine appearance day of Lord Rama, with a vibrant cultural and spiritual celebration attended by over 200 devotees. The evening featured an immersive theatrical and musical presentation, bringing the epic tale
Ram Navami Special: “Pragat Hue Mere Raghurai – Sabko Badhai Ho Badhai!!”
By: Rajendra Kapil On the sacred occasion of Ram Navami, the joy of Shri Ram’s divine birth has reached a peak across the global Sanatan Hindu community. From India to every corner of the world where Ram bhakts reside, preparations are in full swing.
Nine nights of divine energyThe spiritual essence of Chaitra Navratri
By: Dr. Avi VermaChaitra Navratri, an auspicious nine-day festival dedicated to the worship of Goddess Durga, is currently being observed across India and by devotees worldwide. This sacred period, which began on March 30, will conclude on April 7, with Ram Navami being
IndoUS Tribune की हरिद्वार के मंदिरों की यात्रा का सातवाँ पड़ाव: भारत माता मंदिर – देशभक्ति औरआध्यात्मिकता का संगम: भारत माता मंदिर
हरिद्वार, जिसे ‘धर्म द्वार’ कहा जाता है, हिंदू धर्म में एक अत्यंत पवित्र स्थल है। यहाँ के हर मंदिर और घाट अपनीएक विशेषता रखते हैं, जो उन्हें श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनाता है। IndoUS Tribune की हरिद्वार केमंदिरों और पवित्र स्थलों
प्रगट हुए मेरे रघुराई- सबको बधाई हो बधाई!!
By: Rajendra Kapilराम नवमी के पुनीत अवसर पर रामजी के जन्म का उत्साह, विश्व के सनातन हिन्दु समाज में, चरम सीमा परहै. हर कोई राम जन्मोत्सव की भरपूर तैयारी में है. विश्व भर में, जहाँ कहीं राम भक्त हैं, घरों और मंदिरों कोसजाने
Kevat – Bhagwan Ram, Meri Naiya Paar Karo
By: Rajender Kapil The character of Kevat in the Ramayana is one of innocence and devotion. When we think of Kevat, an image comes to mind of him sitting at Lord Ram’s feet, washing them with great reverence, and then drinking that sacred
IndoUS Tribune की हरिद्वार के मंदिरों की यात्रा का चौथा पड़ाव: माया देवी मंदिर
हरिद्वार, जिसे ‘धर्म द्वार’ कहा जाता है, हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र स्थानों में से एक है। यहां स्थित माया देवीमंदिर न केवल श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है, बल्कि इसे हरिद्वार की अधिष्ठात्री देवी का सम्मानभी प्राप्त है। IndoUS Tribune
Unity, harmony, and spirituality: The sacred expression of Maha Kumbh 2025
By: Satyaprakash Dwivedi The grand and divine Maha Kumbh 2025 in Prayagraj witnessed a historic moment as the Honorable President of India, Smt. Droupadi Murmu, along with the Honorable Chief Minister of Uttar Pradesh, Yogi Adityanath Ji, and their families, took a holy dip in the sacred Triveni Sangam—the confluence of the