
शिकागो में राम मंदिर उद्घाटन का उत्साह
अयोध्या में 22 जनवरी को राम लला विराजने वाले है. इस महान ऐतिहासिक घटना का उत्साह विश्व के हिन्दू समाज में है. शिकागो जो कि पिछले 50 वर्षों से मेरा होम टाउन है, में भी यह उत्साह हर भारतीय घर में महसूस किया जा सकता है. विश्व के हिंदू समाज को पहली बार लग रहा है, कि मानो इस कलियुग में रामराज्य आने वाला है. आज के डिजिटल युग में भारत में हो रही इस महान घटना से जुड़ी हर छोटी बड़ी बात यहाँ लगातार पहुँच रही है. व्हाटह्णस ऐप पर प्रतिदिन हजारों संदेश, भजन और कविताएँ भारतीय हिन्दू समाज को गुद गुदा रही हैं .मैं भी कुछ ऐसी संस्थाओं से जुड़ा हूँ, जहाँ यह संदेश पहुँचते हैं, और उन्हें पढ़ सुन कर, मन झूम झूम जाता है. मेरे जीवन के 73 वर्षों में पहली बार यह महसूस हो रहा है, कि हमारी सनातन हिन्दू परम्परा एवं सांस्कृतिक धरोहर संसार की सबसे सर्वोत्तम एवं समृद्ध पूँजी है. और हमें इस धरोहर पर निश्चित रूप से गर्व होना चाहिए. उत्साह से भरा हृदय जोर जोर से कहने को कह रहा है कि, गर्व से कहो हम हिंदू हैं, गर्व से कहो हम भारतीय हैं. विश्व के कई सर्वोत्तम पदों पर विराजमान भरियाय मूल के लोगों ने इस उत्साह को और भी बढ़ा दिया है. पिछली कई सदियों से कुछ दूसरे धर्म (मैं नाम नहीं लूँगा) इतने प्रभावशाली हो गए कि, भारत से बाहर रहने वाले हिंदू सनातनी बड़ी झिझक से बताते थे कि वह भी हिंदू हैं. लगभग पचास साल पहले जब मैं शिकागो आया, तब यहाँ एक भी मंदिर नहीं था, लेकिन आज मैं गर्व से कह सकता हूँ, की यहाँ हिंदू मंदिरों के संख्या 35 से ऊपर है, और दो मन्दिरों के सेवा संचालन में मुझे भी रामजी ने थोड़ा सा योगदान देने का अवसर प्रदान किया.
आज स्थिति यह है कि कुछ वर्ष पूर्व एक सिंह भारत के सिंहासन पर आया, और दहाड़ कर बोला, हम एक महान संस्कृति से सम्पन्न भारतीय हिंदू हैं. विश्व का हिंदू समाज उस सिंह के उस उद्घोष में सम्मिलित हो, बोल उठा, हाँ हाँ, हम हिंदू हैं, हमें अपनी धरोहर पर गर्व है. मैं इस बात को बड़े विश्वास से मानता हूँ, की भारत से बाहर विदेश में रहने वाला भारतीय अधिक भारतीय है, उसे भारत की मिट्टी और भारत से जुड़ी संस्कृति से बहुत अधिक लगाव है.
अयोध्या में राम लला विराजने वाले हैं. उनका बाल रूप विग्रह स्थापित किया जाएगा. रामजी के उसी बाल रूप पर मोहित हो तुलसी बाबा ने बड़ी प्यारी चौपाई लिखी, जो करोड़ों राम भक्तों की जिह्वा पर है:
मंगल भवन अमंगल हारी, द्रवहूँ सो दशरथ अजिर बिहारी मैं रामजी के उस बाल रूप को नमन करता हूँ, जो दशरथ के आँगन मैं घुटने घुटने चलते हर भक्त का मंगल करने वाले हैं और हर प्रकार के अमंगल को हरने वाले हैं.
राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर पूरे भारत में जोश की जो लहर है, उसका वर्णन करना असंभव है. मैं शिकागो में बैठा उस लहर की छुवन को अनुभव कर रहा हूँ. इतना ही जोश शिकागो के भारतीय समाज में भी है. भारत पहली बार जनवरी के महीने में दीपावली मनाने को सज्ज है. ठीक इसी प्रकार शिकागो के हर हिंदू घर में, और मंदिर में दीपावली मनाई जाएगी. विश्व हिंदू परिषद की स्थानीय शाखा इस कार्यक्रम को प्रसारित करने में दिन रात लगी हुई है. परिषद के अमिताभ मित्तल जी के नेतृत्व मैं कार रैली के आयोजन हो रहे है, उनके साथ ळश् अ२्रं की वन्दना झींगन और सुंदरकांड परिवार के अनुराग अवस्थी भी सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं. वल्ल‘ी योगदान के साथ साथ और भी परिषद के अनेकों सदस्यों का उत्साह भी अनुकरणीय है. परिषद के प्रयास से यहाँ के प्रमुख मॉर्गों (ऌ्रॅँ६ं८२)पर, पूरे यूएसए में लगभग 30 से अधिक बिलबोर्ड लगाए जा चुके हैं. शिकागो में लगे एक बिलबोर्ड का चित्र नीचे दिया गया है.
परिषद के सदस्य समूह बना के, शिकागो के, प्रमुख मंदिरों में जा जा कर निमंत्रण पत्र दे रहे हैं.
कार रैलियों करके नगरों की सड़कों पर इस समारोह का बड़े उत्साह से प्रचार प्रसार कर रहे हैं.
यहाँ का भारतीय मीडिया इस उद्घाटन से जुड़ी हर छोटी बड़ी घटना को बड़ी निष्ठा से प्रसारित कर रहा है. मंदिरों और मॉल आॅफ इंडिया में लाइव टेलीकास्ट की व्यवस्था की जा रही है.
उद्घाटन के समय शिकागो में रात्रि का लगभग 10 बज रहा होगा. मेरे जैसे हजारों राम भक्त सारी रात जाग कर, टीवी से प्रसारित होने वाली राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की पूरी विधि के एक एक पल के साक्षी बनेंगे. बहुत सारे मंदिरों में राम चरित मानस के पाठ के साथ साथ भजन कीर्तन आदि के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है, घर घर में पाँच दिये जला कर रामजी के अयोध्या पहुँचने की पूरी तैयारी में भारत के साथ साथ पूरा शिकागो क्षेत्र तत्पर रहेगा और पूरे उत्साह के साथ गाता मिलेगा: सब मिल जुल गाओ – हमारे राम पधारे हैं
सब मंगल गीत गाओ – हमारे राम पधारे है
इसी कलिकाल के संदर्भ में तुलसी बाबा ने बड़ा सुंदर लिखा है:
यह कलिकाल मलायतन, मन करि देखु बिचार
श्रीरघुनाथ नाम तजि, नाहिन आन आधार ।।
अरे मूढ़ मन, यह अच्छी तरह समझ लो, कि इस कलिकाल में राम नाम के अतिरिक्त, (पापों से बचने के लिये) दूसरा कोई आधार नहीं है.
विश्व के सभी राम भक्तों को अयोध्या के राम मंदिर के उदघाटन की ढेर ढेर बधाई !!!!!
