IndoUS Tribune की हरिद्वार मंदिर यात्रा का दसवां पड़ाव: विष्णु घाट – जहाँ श्रीहरि ने गंगा में लिया था पावन स्नान

IndoUS Tribune की हरिद्वार मंदिर यात्रा का दसवां पड़ाव: विष्णु घाट – जहाँ श्रीहरि ने गंगा में लिया था पावन स्नान

हरिद्वार, जिसे ‘धर्म की द्वार’ कहा जाता है, केवल एक तीर्थ नगरी नहीं, बल्कि भारत की आध्यात्मिक चेतना का जीवंत प्रतीक है। 
IndoUS Tribune की हरिद्वार के मंदिरों और पवित्र स्थलों की यात्रा के दसवें पड़ाव पर आज हम आपको लेकर चलते हैं विष्णु घाट – एक शांत, पवित्र और दिव्य स्थल, जहाँ स्वयं भगवान विष्णु ने गंगा में स्नान किया था।

 ऐतिहासिक एवं आध्यात्मिक महत्व:

 विष्णु जी की उपस्थिति:
इस घाट का नाम स्वयं भगवान विष्णु के नाम पर रखा गया है। मान्यता है कि उन्होंने यहीं गंगा में स्नान किया था। इसीलिए यह घाट उनके भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है।

 पापों से मुक्ति एवं मोक्ष की प्राप्ति:
गंगा में स्नान का विशेष महत्व तो हर घाट पर है, लेकिन विष्णु घाट पर स्नान करने से आत्मा की शुद्धि और मोक्ष की प्राप्ति का विशेष पुण्य माना गया है।

 शांति  एकांत का अनुभव:
हर की पौड़ी की तुलना में विष्णु घाट अपेक्षाकृत शांत और कम भीड़भाड़ वाला स्थान है। यहाँ श्रद्धालु एकाग्रचित्त होकर गंगा स्नान का लाभ उठा सकते हैं और मानसिक शांति प्राप्त कर सकते हैं।

 प्राकृतिक सौंदर्य और सादगी:
घाट के आसपास का वातावरण अत्यंत सुंदर और मनोहारी है। गंगा का कलकल बहता जल, चारों ओर का शांत माहौल और श्रद्धा से परिपूर्ण वातावरण इसे एक अनूठा तीर्थ स्थल बनाता है।

 स्थान और पहुँच:

  • लोकेशन: हर की पौड़ी से लगभग 1.5 किलोमीटर दूर स्थित है विष्णु घाट।
  • सुलभ पहुँच: हरिद्वार रेलवे स्टेशन से यह घाट केवल 1 किलोमीटर की दूरी पर है। रिक्शा, ऑटो और टैक्सी से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
  • सुरक्षा प्रबंध: तेज बहाव के बावजूद घाट पर लोहे की रेलिंग लगाई गई है, जिससे श्रद्धालु सुरक्षित रूप से गंगा स्नान कर सकें।

 आसपास के स्थल:

विष्णु घाट के आसपास कई मंदिर, आश्रम, होटल व रेस्टोरेंट्स भी स्थित हैं, जो तीर्थयात्रियों के लिए सुविधा प्रदान करते हैं। यहाँ आकर व्यक्ति न केवल शरीर को शुद्ध करता है, बल्कि आत्मा को भी संतोष और शांति प्राप्त होती है।

 त्योहारों में विशेष भीड़:

श्रावण मास, कार्तिक पूर्णिमा, गंगा दशहरा और कुंभ जैसे पर्वों पर यहाँ भक्तों की भीड़ उमड़ती है, लेकिन सामान्य दिनों में यह स्थान एकांत साधना और आत्म-चिंतन के लिए उपयुक्त है।

IndoUS Tribune इस पवित्र स्थल की महत्ता को श्रद्धापूर्वक नमन करता है और अपने पाठकों को प्रेरित करता है कि वे हरिद्वार यात्रा के दौरान विष्णु घाट जैसे शांत और दिव्य स्थानों को भी अवश्य अनुभव करें। यहाँ की शांति, पवित्रता और भगवान विष्णु की उपस्थिति की अनुभूति, आपके हृदय को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देगी।

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