रामचरित मानस में प्रवाहित ऋषि परम्परा
By: Rajendra Kapilदूसरा सोपान- ब्रह्म ऋषि विश्वामित्रऋषि विश्वामित्र का रामजी के जीवन में बहुत बड़ा योगदान है. सबसे पहले यह ऋषि विश्वामित्र ही थे, जिन्होंने राम और लखन के अदम्य शौर्य को पहचाना था. विश्वामित्र का जन्म राजा गाधि के कुल में एक